एमआईटी टेक्नोलॉजी रिव्यू की 2025 की सबसे लोकप्रिय कहानियों से पता चला कि पाठकों को एआई की ऊर्जा खपत में गहरी दिलचस्पी है। प्रकाशन ने एआई की संसाधन मांग के गहन विश्लेषण पर प्रकाश डाला। इसमें प्रति क्वेरी ऊर्जा और पानी का उपयोग शामिल था।
वरिष्ठ संवाददाताओं जेम्स ओ'डॉनेल और केसी क्रोनहार्ट ने यह शोध किया। निष्कर्ष इस साल की शुरुआत में ऑनलाइन प्रकाशित किए गए थे। अध्ययन का उद्देश्य व्यापक जेनरेटिव एआई उपयोग के पर्यावरणीय प्रभाव को मापना था।
रिपोर्ट ने एआई स्थिरता के बारे में एक वैश्विक बातचीत शुरू कर दी। उद्योग के नेता अब एआई विकास रणनीतियों का पुनर्मूल्यांकन कर रहे हैं। ऊर्जा-कुशल एल्गोरिदम और बुनियादी ढांचे पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।
एमआईटी टेक्नोलॉजी रिव्यू ने 2025 में एआई, बायोटेक और क्लाइमेट टेक को महत्वपूर्ण कवरेज दिया। प्रकाशन ने वर्चुअल चर्चाओं और ऑन-कैंपस कार्यक्रमों की भी मेजबानी की। इन्होंने प्रौद्योगिकी के भविष्य और इसके सामाजिक प्रभाव का पता लगाया।
एमआईटी टेक्नोलॉजी रिव्यू एआई के पर्यावरणीय पदचिह्न की जांच जारी रखने की योजना बना रहा है। भविष्य की रिपोर्टें शमन रणनीतियों और नीतिगत निहितार्थों का पता लगाएंगी। लक्ष्य जिम्मेदार एआई विकास को बढ़ावा देना है।
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