अभी-अभी: कैंटरबरी की आने वाली आर्कबिशप, डेम सारा मुल्ली, पर 100 मिलियन पाउंड की गुलामी क्षतिपूर्ति योजना को छोड़ने के लिए भारी दबाव है। कंजर्वेटिव सांसद और पीयर उनसे इस पहल को रद्द करने की मांग कर रहे हैं।
उनका तर्क है कि धन कानूनी रूप से चर्च के रखरखाव और पादरियों के वेतन तक ही सीमित है। चर्च कमिश्नर जोर देकर कहते हैं कि फंड की व्यवस्था पारदर्शी और कानूनी रूप से विकसित की जा रही है।
जनवरी 2023 में घोषित क्षतिपूर्ति प्रस्ताव, चर्च ऑफ इंग्लैंड के ट्रांस अटलांटिक गुलामी से ऐतिहासिक संबंधों का विवरण देने वाली एक रिपोर्ट के बाद आया। रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि 1704 में स्थापित एक फंड का उपयोग गुलामी के वित्तपोषण के लिए किया गया था।
मुल्ली, जो वर्तमान में लंदन की बिशप हैं, अगले महीने अपनी नई भूमिका ग्रहण करेंगी। चर्च कमिश्नर योजना के साथ खड़े हैं।
यह एक उभरती हुई कहानी है।
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