थाईलैंड और कंबोडिया तत्काल युद्धविराम पर सहमत हो गए। इस समझौते का उद्देश्य हफ्तों से जारी घातक सीमा संघर्षों को समाप्त करना है। यह समझौता शनिवार को दोपहर स्थानीय समयानुसार लागू हो जाएगा। संघर्ष में 100 से अधिक लोग मारे गए। दोनों तरफ़ मिलाकर पाँच लाख से ज़्यादा लोग विस्थापित हुए।
युद्धविराम सभी हमलों को रोकता है। इसमें नागरिकों और बुनियादी ढाँचे पर हमले शामिल हैं। दोनों देशों ने वर्तमान सैनिक तैनाती बनाए रखने का संकल्प लिया। आगे कोई सैनिक गतिविधि की अनुमति नहीं है। रक्षा मंत्रियों द्वारा एक संयुक्त बयान में समझौते की घोषणा की गई।
तत्काल प्रभाव लड़ाई का रुकना है। विस्थापित नागरिक घर लौटना शुरू कर सकते हैं। अंतर्राष्ट्रीय पर्यवेक्षकों द्वारा युद्धविराम की निगरानी किए जाने की संभावना है। दोनों सरकारों की प्रतिक्रिया सकारात्मक है। वे तनाव कम करने की उम्मीद करते हैं।
यह संघर्ष एक लंबे समय से चले आ रहे विवाद से उपजा है। विवाद सीमा के साथ विवादित क्षेत्र से संबंधित है। इस क्षेत्र में प्रीह विहार मंदिर शामिल है। मंदिर का स्वामित्व दशकों से विवाद का कारण रहा है।
अगले चरणों में युद्धविराम को बनाए रखना शामिल है। दोनों देशों को समझौते का पालन करना चाहिए। उम्मीद है कि बातचीत में अंतर्निहित क्षेत्रीय विवाद को संबोधित किया जाएगा। एक स्थायी समाधान अंतिम लक्ष्य है।
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