बांग्लादेश की पहली महिला प्रधानमंत्री और देश के राजनीतिक परिदृश्य में एक दिग्गज हस्ती, খালেদা जिया का लंबी बीमारी के बाद 80 वर्ष की आयु में निधन हो गया। बीबीसी वर्ल्ड और अल जज़ीरा सहित कई सूत्रों के अनुसार, वर्तमान नेता शेख हसीना की लंबे समय से प्रतिद्वंद्वी रहीं जिया का निधन 30 दिसंबर, 2025 को हुआ। उनकी मृत्यु से फरवरी में होने वाले आगामी आम चुनावों पर छाया पड़ गई है।
जिया, जिन्होंने दशकों तक बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) का नेतृत्व किया, पहली बार अपने पति, राष्ट्रपति जियाउर रहमान की हत्या के बाद प्रमुखता से उभरीं। इसके बाद उन्होंने 1991 में अपनी पार्टी को जीत दिलाई, जिससे वह देश की पहली महिला प्रधानमंत्री बनीं। बीबीसी न्यूज़ के अनुसार, उनका राजनीतिक करियर वर्तमान प्रधानमंत्री शेख हसीना के साथ एक कड़वे और स्थायी झगड़े से चिह्नित था।
अल जज़ीरा ने जिया को बांग्लादेशी राजनीति में सबसे प्रभावशाली शख्सियतों में से एक बताया। उनके करियर में कारावास और नजरबंदी की अवधि शामिल थी। बीबीसी वर्ल्ड के अनुसार, अपने स्वास्थ्य संघर्षों के बावजूद, जिया ने आगामी फरवरी चुनावों में संसद के लिए चुनाव लड़ने का इरादा किया था, जो 2024 के अंत में हसीना को सत्ता से बेदखल करने वाली लोकप्रिय क्रांति के बाद पहला चुनाव होगा।
खालेदा जिया की मृत्यु से बांग्लादेशी राजनीति के भविष्य और आगामी चुनावों की स्थिरता के बारे में सवाल उठते हैं। उनकी अनुपस्थिति निस्संदेह बीएनपी के भीतर एक शून्य छोड़ देगी और राजनीतिक परिदृश्य को फिर से आकार दे सकती है क्योंकि राष्ट्र चुनाव की तैयारी कर रहा है।
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