1990 के दशक में आईबीएम (IBM) के नाटकीय बदलाव के सूत्रधार लुई वी. गर्स्टनर जूनियर (Louis V. Gerstner Jr.) का शनिवार को जुपिटर, फ्लोरिडा (Jupiter, Florida) में निधन हो गया। वे 83 वर्ष के थे। गर्स्टनर फिलैंथ्रोपीज (Gerstner Philanthropies) की कार्यकारी निदेशक कारा क्लेन (Kara Klein) ने अस्पताल में उनकी मृत्यु की पुष्टि की। मृत्यु का कारण नहीं बताया गया।
गर्स्टनर ने 1993 में आईबीएम (IBM) की बागडोर संभाली। वे आरजेआर नबिस्को (RJR Nabisco) से आए थे, और 1911 में अपनी स्थापना के बाद से यह पहली बार था जब आईबीएम (IBM) ने किसी बाहरी व्यक्ति को सीईओ (CEO) नियुक्त किया था। उनका नेतृत्व महत्वपूर्ण था क्योंकि आईबीएम (IBM) तेजी से बदलते तकनीकी परिदृश्य का सामना कर रहा था।
उनका आगमन आईबीएम (IBM) के संकट की गहराई का संकेत था। कंपनी को अनुकूलन करने में कठिनाई हो रही थी क्योंकि माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) और इंटेल (Intel) द्वारा संचालित पर्सनल कंप्यूटिंग (personal computing) ने मेनफ्रेम (mainframe) युग को ग्रहण लगा दिया था, जिस पर इसका प्रभुत्व था। मेनफ्रेम (mainframe) राजस्व में भारी गिरावट आई, और आईबीएम (IBM) का भविष्य अनिश्चित था।
गर्स्टनर की रणनीतिक दृष्टि ने तकनीकी दिग्गज को पुनर्जीवित किया। उन्होंने आईबीएम (IBM) को केवल हार्डवेयर (hardware) से दूर करते हुए सॉफ्टवेयर (software) और सेवाओं पर फिर से ध्यान केंद्रित किया। उनके नेतृत्व का प्रभाव आज भी आईबीएम (IBM) के विविध पोर्टफोलियो (portfolio) में महसूस किया जाता है।
प्रौद्योगिकी जगत एक परिवर्तनकारी नेता के नुकसान पर शोक व्यक्त करता है। गर्स्टनर की विरासत को आईबीएम (IBM) को भारी तकनीकी परिवर्तन की अवधि के माध्यम से नेविगेट करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए याद किया जाएगा।
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