थाईलैंड और कंबोडिया के बीच युद्धविराम आज, 27 दिसंबर, 2025 को, हफ्तों की घातक सीमा झड़पों के बाद शुरू हुआ। इस युद्धविराम का उद्देश्य उस तोपखाने की गोलाबारी को समाप्त करना है जिसने इस क्षेत्र को त्रस्त कर रखा है। यह निर्धारित करने के लिए अगले 72 घंटे महत्वपूर्ण हैं कि युद्धविराम कायम रहेगा या नहीं।
पिछले महीने थाई और कंबोडियाई बलों के बीच लड़ाई बढ़ गई। संघर्ष सीमा के साथ विवादित क्षेत्र के आसपास केंद्रित था। हिंसा के कारण सैकड़ों हजारों नागरिक विस्थापित हो गए।
तत्काल प्रभाव तोपखाने की गोलाबारी पर रोक है। विस्थापित नागरिक अपने घरों को लौटने की उम्मीद कर रहे हैं। दोनों सरकारों ने युद्धविराम के प्रति प्रतिबद्धता जताई है।
थाईलैंड-कंबोडिया सीमा दशकों से तनाव का स्रोत रही है। सीमांकन रेखाओं पर असहमति के कारण समय-समय पर हिंसा भड़कती रही है। अंतर्राष्ट्रीय पर्यवेक्षक स्थिति पर कड़ी नजर रख रहे हैं।
इस युद्धविराम की सफलता दोनों पक्षों द्वारा पालन पर निर्भर करती है। अगले चरणों में अंतर्निहित क्षेत्रीय विवादों को दूर करने के लिए राजनयिक वार्ता शामिल है। दुनिया यह देखने के लिए देख रही है कि क्या शांति बनाए रखी जा सकती है।
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